सरकार यूपीआई के माध्यम से 2,000 रुपये से अधिक के लेनदेन पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने पर विचार नहीं कर रही है
सरकार द्वारा 2,000 रुपये से अधिक के यूपीआई लेनदेन पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने पर विचार करने के दावे पूरी तरह से…
EarthNity with social development and rural enterpreneurship
सरकार द्वारा 2,000 रुपये से अधिक के यूपीआई लेनदेन पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने पर विचार करने के दावे पूरी तरह से…
7 अप्रैल 2025 को वैश्विक बाजारों में आई भारी गिरावट को “ब्लैक मंडे” के रूप में जाना गया। यह संकट…
बीटीए के तहत क्षेत्रीय विशेषज्ञ स्तर की सहभागिताएं आगामी सप्ताहों में वर्चुअल रूप से शुरू होंगी 13 फरवरी 2025 के…
गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों का उल्लंघन करते हुए घटिया उत्पाद पाए गए भारतीय राष्ट्रीय मानक निकाय, भारतीय मानक ब्यूरो की दिल्ली शाखा…
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में डाकघरों का योगदान विभाग इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक और लगभग 2.4 लाख ग्रामीण डाक सेवक पूरक के…
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय किसानों की आय दोगुनी करने के बारे में प्रगति कृषि राज्य का विषय है और…
“India Says I Do” भारतीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक संभावित प्रोजेक्ट या अभियान हो सकता है, जिसमें…
((देश भर में ज्ञान साझा करने को बढ़ावा देना; स्वामित्व योजना को ग्रामीण सशक्तिकरण के लिए एक मॉडल के रूप…
भारत का व्यापार और आर्थिक परिदृश्य आरबीआई बुलेटिन (मार्च 2025): व्यापार घाटा, निर्यात और आर्थिक परिवर्तन का नेविगेशन फरवरी 2025 में भारत की मुख्य सीपीआई मुद्रास्फीति खाद्य कीमतों में कमी के कारण सात महीने के निचले स्तर 3.6% पर आ गईभारत के सकल घरेलू उत्पाद में 2024-25 में 6.5% की बढ़ोतरी का अनुमान है, जबकि तीसरी तिमाही में 6.2% की बढ़ोतरी होगीवैश्विक वृद्धि को व्यापार संबंधी जोखिमों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके साथ ही ओबीसीडी ने पूर्वानुमान घटाकर 3.1% (2025) और 3.0% (2020) कर दिया हैग्लोबल तेल की कीमतें मार्च 2025 के मध्य से 15% गिरकर $70 डॉलर से नीचे आ गई हैंपीएमआई सर्वेक्षण शुरू होने के बाद से, विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार दूसरी सबसे तेज दर से बढ़ा हैफरवरी 2025 में 10.9% की गिरावट के बावजूद, निर्यात में 2024-25 की तीसरी तिमाही में 10.1% की बढ़ोतरी हुई, जो सकल घरेलू उत्पाद में 2.5% की बढ़ोतरी करेगाइलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग सामान और फार्मास्यूटिकल्स के चलते, (अप्रैल ईल 2024-25) भारत का निर्यात 0.1% बढ़कर 395.6 बिलियन डॉलर हो गयाभारत का खाद्यान्न उत्पादन 2024-25 में 330.9 मिलियन टन (+4.8%) तक पहुंचने वाला है, जिसमें गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 115.4 मिलियन टन (+1.9%) हैटोल संग्रह और ई–वे हिल्स ने दोहरे अंकों की बढ़ोतरी दर्ज कीपीएम सूर्य घर मुफ्त बिली योजना के अंतर्गत, 10 मार्च, 2025 तक 10.09 लाख घरों में छत पर सौर ऊर्जा स्थापित की गई थी वैश्विक व्यापार तनाव और लगातार भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के दौर में, भारतीय अर्थव्यवस्था ने उल्लेखनीय तन्यकशीलता और मजबूत बढ़ोतरी का प्रदर्शन किया है। उपरोक्त निष्कर्ष भारतीय रिजर्व बैंक के मार्च 2025 बुलेटिन से हैं, जो देश में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर प्रकाश डालता है। नवीनतम डेटा-संचालित विश्लेषण अस्थिर वैश्विक पृष्ठभूमि के बीच घरेलू बुनियादी बातों की मजबूती को रेखांकित करता है। जबकि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं बनी हुई हैं, भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत खपत और सरकारी खर्च की ओर से सहयोग की गई मजबूत बढ़ोतरी दिखाती है। मुद्रास्फीति में कमी आई है, और नीतिगत उपायों ने बाजार की तरलता को स्थिर करने में मदद की है। हालांकि, विदेशी पोर्टफोलियो आउटफ्लो और मुद्रा का कमजोर होना प्रमुख जोखिम बने हुए हैं। घरेलू आर्थिक विकास वैश्विक चुनौतियों के बीच मजबूत जीडीपी बढ़ोतरी विदेशी पोर्टफोलियो से निकासी और मुद्रा जोखिम मुद्रास्फीति के रुझान: मुख्य मुद्रास्फीति में कमी रोजगार के रुझान व्यापार और बाहरी क्षेत्र…
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों के माध्यम से मानकों का अनुपालन न करने वाले उत्पादों के वितरण पर…
मार्क्सवाद का आज के पूंजीवाद और समाजवाद पर गहरा प्रभाव है, लेकिन यह पूरी तरह से वैसा नहीं हुआ जैसा…
मुफ्त बिजली योजना ने 10 लाख सौर ऊर्जा प्रणाली की स्थापना की उपलब्धि हासिल की पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली…
खनिज अन्वेषण लाइसेंस नीलामी की शुरूआत भारत में खनिज स्वतंत्रता के नए युग का प्रतीक: केंद्रीय कोयला एंव खान मंत्री…
खान मंत्रालय कल गोवा में देश की पहली अन्वेषण लाइसेंस (ईएल) नीलामी शुरू करने जा रहा है। यह भारत के…
डेलीगेट्स ने जयपुर की हेरिटेज साइट्स का किया अवलोकन शहरी अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सीएसआईआर और आवासन एवं शहरी कार्य…