श्रमिकों के ‘खिलाड़ी’ बच्चों को मिलेगा वजीफा
उत्तराखंड राज्य स्तरीय हास्टल, नेशनल हास्टल में चयन, राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुने जाने पर श्रम विभाग श्रमिकों के पाल्यो को एक हजार से दस हजार रुपये तक छात्रवृत्ति और अनुदान के रूप में देगा।
श्रम विभाग में वर्तमान में राज्य में करीब 2.50 लाख श्रमिक पंजीकृत हैं। श्रम विभाग के अधीन उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड पंजीकृत श्रमिकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित करता है। श्रम विभाग ने श्रमिकों के बच्चों की खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया था। हाल ही में हुई बोर्ड की बैठक में श्रम मंत्री ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। 10 हजार रुपये प्रति माह छात्रवृत्ति निर्णय के अनुसार श्रम विभाग में पंजीकृत किसी भी श्रमिक का बच्चा अगर राज्य के स्पोर्ट्स कालेज में प्रवेश पा लेता है तो उसे दो हजार रुपये प्रतिमाह, राष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स कालेज में प्रवेश मिलने पर 10 हजार रुपये प्रति माह छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसी तरह श्रमिकों के बच्चों का चयन अगर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में होता है तो एक हजार रुपये प्रतिमाह अनुदान और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में चयन पर पांच हजार रुपये का अनुदान मिलेगा। श्रमिकों के बच्चों की खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इस योजना को बोर्ड की मंजूरी मिल गई है। जो भी पात्र खिलाड़ी होगा उसे छात्रवृति और अनुदान की राशि मिलेगी।
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