किडनी लिवर की बीमारियों के अलावा पेशाब के रोगों में बथुए का साग लाभदायक है। पेशाब न आने की स्थिति में भी बथुए का साग खाना बहुत फायदेमंद होता है। कब्ज से राहत दिलाने में बथुआ बेहद कारगर है। गठिया, लकवा, गैस और लीवर की समस्या में यह काफी फायदेमंद है।
आयुर्वेद में किए गए शोध के मुताबिक बथुआ को नियमित खाने से ब्रेस्ट कैंसर की आशंका कम हो जाती है। इसकी पत्तियों को कच्चा चबाने से सांस की बदबू, पायरिया और दांतों से जुड़ी समस्याएं कम होती है। बथुआ में मौजूद तमाम गुणों में से एक ये भी है कि इसके नियमित सेवन से आँखों की कई समस्याओं में मदद मिलती है, इससे आँखों की रौशनी भी लम्बे समय तक रहती है।