पिथौरागढ़ के मनोज ने उगाये सेब
चंडाक के सिनतोली गांव के मनोज खड़ायत पिथौरागढ़ के सिनतोली धुरा तोक में सेब के बगीचे को संवारने में लगा है ।
दो वर्ष पहले प्रयोग के तौर पर लगाए गए सेब के पेड़ों ने फल देना शुरू कर दिया है। युवक ने अब डेढ़ सौ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। पहले वर्ष कुछ पेड़ों से पांच किलो सेब का उत्पादन हुआ।कंप्यूटर सर्विसिंग का काम करने वाले मनोज ने हिमाचल में अपने रिश्तेदारों के यहां सेब से लकदक पेड़ देखे तो उसे भी बगीचे में सेब का उत्पादन करने का विचार आया इस पर उसने दो वर्ष पहले भीमताल इंडोडच नर्सरी से विदेशी प्रजाति के रूट स्टोक के सुपर चीफ, रेड कैफ, सुपर डिलेसियस और कैमस्पर के 20 पौधे खरीदे और उन्हें बगीचे में रोपा। सेब की यह प्रजातियां पांच से छह हजार फुट की ऊंचाई पर होती हैं। यह प्रजातियां एक-दो वर्ष में ही फल देना शुरू कर देती हैं। इन पेड़ों को डंडे के सहारे की जरूरत पड़ती है।
चंडाक के धुरा तोक में सेब के पेड़ों से दो वर्ष में ही अच्छा फल मिलने लग गया है। डॉ. मीनाक्षी जोशी, मुख्य उद्यान अधिकारी, पिथौरागढ़ ने बताया कि इन प्रजातियों को पहली बार किसी किसान ने लगाया है, जो सफल रहा है। उद्यान विभाग की ओर से किसान को हर संभव सहायता और उत्पादन की जानकारी मुहैया कराई जाएगी।