कोटद्वार में जायका परियोजना के तहत जैविक उत्पादों की खूब हुई बिक्री
कोटद्वार के सिमलचौड़ के हॉट बाजार में भूमि संरक्षण वन प्रभाग लैंसडौन की जायका परियोजना के तहत जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए जैविक उत्पादों का स्टाल लगाया गया। इसमें जैविक उत्पादों की खूब बिक्री की
जायका परियोजना के अंतर्गत दो पंजीकृत स्वायत्त सहकारिताओं कण्वघाटी (जायका) स्वायत्त सहकारिता, एवं मालन एकता (जायका) स्वायत्त सहकारिता पौखाल के अंतर्गत ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों के परंपरागत जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कोटद्वार सिमलचौड़ के हाट बाजार में जैविक उत्पादों के स्टाल लगाए गए। स्टाल में विभिन्न गांवों से एकत्रित ग्रेडिंग व पैकेजिंग युक्त जैविक उत्पाद शामिल रहे। लोगों ने जैविक उत्पादों उड़द, गहथ, भट्ट, मंडुआ, जख्या, चौलाई, भांग बीज, मशरूम व हर्बल धूप की खूब बिक्री हुई इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन हिमोत्थान संस्था और जायका परियोजना की ओर से किया गया।बताया गया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों से उत्पादित परंपरागत जैविक उत्पादों को बाजार से जोड़कर ग्रामीणों के लिए आजीविका जुटाना है, जिससे स्वयं सहायता समूह के सदस्यों की आजीविका में सुधार लाया जा सके।