जल संरक्षण एक संकल्प के तहत हमारी कार्य योजना लगातार विस्तारित हो रही है। पांच जून से अभी तक 200 से ज्यादा लोग संकल्प पत्र को भर चुके हैं। भदुली ग्रामोत्सव और थलीसेण रोजगार मेले में भी जलसंरक्षण का विचार लोगों तक पहुंचाया गया है। कई लोगों ने अपने संसाधनों से इस बरसात में जल संरक्षण का संकल्प लिया है।
भलु लगद/फीलगुड सभी लोगों से निवेदन करता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस संकल्प पत्र को भरकर कम से कम उतना बरसाती पानी धरती को पिलाए जितना पानी वो एक साल में अपने पीने पर खर्च करता है।
यह दुनिया का सर्वोत्तम *सामाजिक व्यवसाहिक योजना* जिसे हम सोशियल बिज़नेस प्लान भी कह सकते हैं, साबित होगा।
अगर हर व्यक्ति 50 लीटर प्रति दिन के हिसाब से 365 दिन का पानी जो लगभग 18250 लीटर है उसे बरसात में धरती के अंदर जमा करता है तो यह अतिरिक्त पानी जो आपके प्रयासों से संरक्षित हो रहा है वो धरती के सभी जीव जंतुओं की प्यास और धरती की हरियाली के रूप में जितना रिटर्न या चक्रवृद्धि ब्याज के तहत जो शुद्ध लाभ आपको वापस देगा वो दुनिया की कोई बैंक स्कीम आपको नहीं दे सकती। जल ही जीवन है और जल है तो कल है, इसको मूल मंत्र बनाएं।
आप और आपकी भावी पीढ़ी के जीवन की सुरक्षा के लिए दुनिया का कोई भी मेडिकल इंश्योरेंस इतना लाभकारी या सुरक्षित नहीं जितना छोटा सा आपका यह जल संरक्षण के संकल्प का प्रयास है।
इसलिए आइये और जल संरक्षण की इस सुरक्षित योजना से धरती के सम्पूर्ण जीवमात्र को सुरक्षित कीजिए।
उन जागरूक लोगों के लिए जो पर्यावरण संरक्षण के लिए कई प्रकार की आना कानी के साथ कि पेड़ में पानी कौन डालेगा, लोग पेड़ उखाड़ देते हैं, पेड़ आग से जल जाएगा उनके लिए जल संरक्षण की सलाह सही रहेगी। इसे ना आग का डर, ना घेरबाड़, ना किसी के चुराने का। बिना किसी रिस्क के शत प्रतिशत पर्यावरण संरक्षण होगा।
सुधीर कुमार सुन्दरियाल,
भलु लगद/फीलगुड