उत्तराखंड: पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी के आवास पर गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी बोलियां पढ़ाई जाएंगी
पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने अपने आवास पर बच्चों को गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी भाषा पढ़ाने का कार्यक्रम शुरू किया है।
उनके आवास पर रोजाना शाम को 4 से 5 बजे तक गढ़वाली जौनसारी और कुमाऊंनी बोली पढ़ाई जाएगी। दून मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. एमके पंत कुमाऊंनी और कारोबारी विनोद चौहान जौनसारी पढ़ाएंगे।
मंत्री प्रसाद नैथानी ने शिक्षा मंत्री रहते हुए प्रदेश की स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी भाषा को जोड़ने की पहल की थी। लेकिन उस वक़्त आचार संहिता लगने के कारण वह इस अभियान को आगे नहीं बढ़ा पाए।
और अब वह संविधान की आठवीं अनुसूची में गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी बोली को शामिल कराने के लिए प्रदेश स्तर पर इस तरह की कक्षाओं के आयोजन की योजना बना रहे हैं।