कुछ ही मिनटों में चार्ज होकर सौ किलोमीटर चलेंगे इलेक्ट्रिक वाहन, जानिए
अल्मोड़ा, अनिल सनवाल : कहते हैं कुछ करने का जच्बा हो तो कठिन से कठिन काम भी आसान हो जाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है अल्मोड़ा के काफलीखान क्षेत्र में रहने वाले रवि टम्टा ने। उन्होंने अपनी प्रतिभा और समाज की नई जरूरत को देखते हुए एक ऐसा यंत्र ईजाद कर दिया है जिससे कुछ ही मिनटों में इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज किया जा सकता है और इसमें लागत भी काफी कम आती है।
देश में लगातार वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इन वाहनों से निकलने वाला धुआं जहां एक ओर पर्यावरण को दूषित कर रहा है। वहीं पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमत लोगों के लिए समस्या बनती जा रही है। ऐसे में पूरे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को तवज्जो दी जा रही है, लेकिन इन वाहनों में अब तक की सबसे बड़ी समस्या चाॢजंग की है। जिस कारण इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में लोग संकोच भी कर रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए काफलीखान निवासी रवि टम्टा ने कुछ करने की ठान ली और करीब डेढ़ साल की मेहनत के बाद एक ऐसी इलेक्ट्रोलाइट पंप मशीन का निर्माण कर डाला जिससे काफी कम समय और कीमत में वाहनों को चार्ज किया जा सकता है। रवि ने बताया कि हल्द्वानी के तिकोनिया में स्थित चढ्ढा पेट्रोल पंप पर इस इलेक्ट्रोलाइट पंप मशीन का प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
कुछ नया करने का जच्बा रखते हैं रवि
काफलीखान में ऑटोमोबाइल की दुकान चलाने वाले मैकेनिक हरीश टम्टा के पुत्र रवि टम्टा कुछ नया करने का जच्बा रखते हैं। इससे पहले भी वह कई हैरत अंगेज मशीनों को ईजाद कर चुके है, लेकिन प्रोत्साहन न मिल पाने के कारण वह अपनी प्रतिभा को मूर्त रूप नहीं दे पा रहे हैं। रवि ने बताया कि वह वर्तमान में विज्ञान विषयों से स्नातक कर रहे हैं और वह बचपन से ही कुछ नया सोचते आए हैं। रवि ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की फास्ट चाॢजंग की व्यवस्था न होने के कारण इन वाहनों को लेने में लोग संकोच कर रहे हैं। इसलिए फास्ट चाॢजंग की सुविधा देने की उन्होंने ठान ली और इस मशीन का निर्माण कर डाला।
एक मिनट की चार्जिंग में सौ किमी का सफर
रवि ने दावा किया है कि इस मशीन से वाहन को अगर एक मिनट तक चार्ज किया जाए तो वह करीब सौ किलोमीटर का सफर तय कर सकता है। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी में कई वाहनों के साथ इसका प्रदर्शन भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस मशीन से जहां वाहन को एक मिनट में चार्ज किया जा सकता है। वहीं इसकी एक बार में लागत 40 से 50 रुपये के आसपास आती है।
वाहन कंपनियों से संपर्क साध रहे हैं रवि
कई बार अभिनव प्रयोगों से नए नए संयंत्र ईजाद कर रवि ने बड़े-बड़े कारनामे किए। जिनका उन्होंने सरकारी मशीनरी के सामने प्रदर्शन भी किया, लेकिन उनके इस जच्बे को आज तक किसी ने प्रोत्साहन देना उचित नहीं समझा। रवि ने अब इस इलेक्ट्रोलाइट पंप मशीन के निर्माण और ट्रायल के बाद देश के सड़क एवं परिहवन मंत्री नितिन गड़करी को पत्र भेजकर इस थीम को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग की मांग की है। जबकि इसके अलावा रवि अनेक इलेक्ट्रॉनिक वाहन बनाने वाली कंपनियों के भी संपर्क में है।