वर्ल्ड बैंक के नवीनतम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत ने 14 अंकों की छलांग लगाई है और 63वें स्थान पर पहुंच गया है। निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वर्ल्ड बैंक के सर्वे में पहले बेंगलुरु और कोलकाता का प्रतिनिधित्व नहीं था लेकिन अब बेंगलुरु और कोलकाता के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इनसॉल्वेन्सी, एनसीएलटी और दूसरे सुधारों से इनसॉल्वेन्सी की रैैंंकिंग 2018 के 108 से सुुुुुधरकर 2019 में 52 पर आ गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा की वस्तु एवं सेवा कर (GST) को और सरल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैकिंग में और ज्यादा सुधार करने में मदद मिलेगी।
संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्यों को भी देश के कारोबारी माहौल को सुधारने की दिशा में प्रयास करने चाहिए, खासतौर पर प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के मामले में।
उन्होंने कहा कि इनसॉल्वेन्सी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) लागू करने से भारत की बिजनेस रैंकिंग सुधारने में मदद मिली है।
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा कि हाल में बैंकों द्वारा उठाए गए कदमों से MSME सेक्टर को कर्ज मिलने में आसानी हुई है।