Swachta ki sawari- click here to watch it
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Continue Readingउपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने भारतीय मानक ब्यूरो को एमएसएमई, स्टार्टअप तथा महिला उद्यमियों के लिए जांच फीस घटाने का निर्देश दिया ताकि व्यावसायिक सुगम्यता को बढ़ावा मिले स्पीड, स्किल, स्केल तथा स्टैंडर्ड प्रगति के नए राष्ट्रीय मंत्र होने चाहिएः श्री पीयूष गोयल श्रेष्ठ गुणवत्ता तथा मानक […]
Continue Readingकृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय 10 हजार एफपीओ के गठन एवं संवर्धन की योजना की प्रथम वर्षगांठ पर कार्यक्रम 10 हजार एफपीओ का परिवार खेती-किसानी को आगे बढ़ाने के साथ ही सामाजिक रूप से भी महत्वपूर्ण योगदान देगा: श्री परषोत्तम रूपाला “10,000 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के गठन एवं संवर्धन“ संबंधी केंद्रीय क्षेत्र की स्कीम की […]
Continue Readingप्रधानमंत्री कार्यालय प्रधानमंत्री ने कृषि एवं किसान कल्याण से संबंधित बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के बारे में आयोजित वेबिनार को संबोधित किया उन्होंने कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के लिए निजी क्षेत्र के अधिक योगदान की जरूरत पर जोर दिया छोटे किसानों का सशक्तिकरण सरकार के विजन का केन्द्र बिन्दु है: प्रधानमंत्री हमें […]
Continue Readingशनिवार को सीएम आवास में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डाॅ राजीव कुमार ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भेंट की। शनिवार को सीएम आवास में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डाॅ राजीव कुमार ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भेंट की। दोनो के मध्य उत्तराखण्ड से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से विचार […]
Continue Readingपरम्परागत रीति को नई दिशा देते हुये समाज के सृजन के उददेश्य से बालिकाआंे को अपेक्षाकृत अधिक सम्मान देते हुये ‘‘घरैकि पहचाण चेलिक नाम’’ कार्यक्रम की अभिनव शुरूआत मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने टीआरसी सूखाताल मे आयोजित कार्यक्रम में की। परम्परागत रीति को नई दिशा देते हुये समाज के सृजन के उददेश्य से […]
Continue Readingमुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को लच्छीवाला वन विश्राम गृह परिसर में आदर्श औद्योगिक स्वायत्तता सहकारी समिति द्वारा आयोजित ‘‘भारतीय संस्कृति एवं उसका महत्व व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘‘ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को लच्छीवाला वन विश्राम गृह परिसर में आदर्श औद्योगिक स्वायत्तता सहकारी समिति […]
Continue Readingसूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के ऑनलाइन बिक्री पोर्टल ने नई ऊंचाइयों को छुआ; स्वदेशी को अधिक बढ़ावा खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने ऑनलाइन विपणन खंड में प्रवेश कर बड़ी तेजी से देश लोगों के बीच अपनी पहुंच स्थापित की है। खादी के ई-पोर्टल www.khadiindia.gov.in ने अपनी शुरुआत के महज 8 महीनों में ही 1.12 करोड़ रुपये से अधिक का सकल कारोबार किया है। 7 जुलाई 2020 को लॉन्च होने के बाद खादी ई-पोर्टल ने अब तक इस पर आने वाले 65,000 लोगों में से 10,000 से अधिक ग्राहकों द्वारा ऑर्डर किया गया सामान पहुंचाया है। केवीआईसी ने इन ग्राहकों को 1 लाख से अधिक वस्तुएं / चीज़ें वितरित की हैं। इस अवधि के दौरान, औसत ऑनलाइन खरीद 11,000 रुपये प्रति ग्राहक दर्ज की गई है जो खादी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता और खरीदारों के सभी वर्गों के लिए इसकी उत्पाद श्रृंखला की विविधता का संकेत है। खादी ई–पोर्टल: मुख्य आकर्षण (26.02.2021 को आंकड़े) खादी ई-पोर्टल का शुभारंभ 7 जुलाई 2020 8 महीने में सकल ऑनलाइन बिक्री 1.12 करोड़ रुपये 8 महीनों में मिले ऑर्डर्स की संख्या 10,100 ई-पोर्टल पर आगंतुकों की संख्या 65,000 प्रति ग्राहक औसत बिक्री 11,000 रुपये ऑर्डर्स में भेजी गई कुल मात्रा 1,00,600 प्रति ऑर्डर औसत मात्रा 10 ऑनलाइन इन्वेंट्री में उत्पादों की संख्या 800 उच्चतम व्यक्तिगत बिक्री मूल्य 1.25 लाख रुपये अधिकतम भेजे गए ऑर्डर्स महाराष्ट्र (1785) दिल्ली (1584) उत्तर प्रदेश (1281) ऑनलाइन बेस्ट सेलर्स खादी मास्क, शहद, हर्बल साबुन, किराना, मसाले, कपड़े, अगरबत्ती केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने खादी के सफल ई-कॉमर्स उद्यम की सराहना करते हुए कहा कि इससे खादी और ग्रामीण उद्योग के उत्पादों की पहुंच एक बड़ी आबादी तक सुलभ कराने के लिए इसे एक व्यापक विपणन मंच प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा, खादी की ई-मार्केटिंग गेम-चेंजर साबित हो रही है। श्री गडकरी ने कहा, प्रति वर्ष 200 करोड़ रुपये के कारोबार तक पहुंचने का प्रयास किया जाना चाहिए। केवीआईसी ने वेब-डेवलपमेंट पर एक भी रुपया खर्च किए बिना ही ई-पोर्टल को इन-हाउस विकसित किया है। यह एक अन्य कारक है जो खादी ई-पोर्टल को अन्य ई-कॉमर्स साइटों से अलग करता है – अन्य ऑनलाइन पोर्टलों के विपरीत केवीआईसी कैटलॉग, उत्पाद फोटोशूट जैसे सभी लॉजिस्टिक्स और बुनियादी ढांचे का विशेष ख्याल रखता है। साथ ही यह ऑनलाइन इन्वेंट्री बनाए रखता है और ग्राहकों के दरवाजे तक सामान की ढुलाई तथा परिवहन का विशेष ध्यान रखता है। यह खादी कारीगरों, संस्थानों और पीएमईजीपी इकाइयों को खादी उत्पादों को किसी भी वित्तीय बोझ से बचाता है। केवीआईसी के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि, खादी ई-पोर्टल के संचालन पर होने वाले सभी खर्च केवीआईसी द्वारा वहन किए जाते हैं। अन्य ई-कॉमर्स साइटों के मामले में जहां उत्पाद सूचीकरण, पैकेजिंग और प्रेषण संबंधित विक्रेताओं की जिम्मेदारी है; वहीं केवीआईसी की एक नीति है कि खादी संस्थानों और पीएमईजीपी इकाइयों को ऐसे किसी भी वित्तीय और तार्किक बोझ से मुक्त किया जाता है। उन्होंने कहा, इससे उनके पास बहुत पैसा बचता है और इसलिए, खादी का ई-पोर्टल लाखों खादी कारीगरों के लिए एक अनूठा मंच है। श्री सक्सेना ने कहा कि खादी के ई-पोर्टल ने स्वदेशी को काफी बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि इसने कारीगरों को अपना माल बेचने के लिए एक अतिरिक्त मंच प्रदान किया है, केवीआईसी ने खादी के प्रति लोगों के प्रेम और भारत को आत्मनिर्भर बनाने के उनके संकल्प को भी प्रदर्शित किया है। खादी की ऑनलाइन बिक्री केवल खादी के फेस मास्क बनाने के साथ शुरू हुई थी लेकिन इसने इतनी जल्दी ही पूरी तरह से विकसित ई-मार्केट मंच का रूप धारण कर लिया है। आज इस पर लगभग 800 उत्पाद मौजूद हैं और बहुत से उत्पाद इसमें शामिल होने की प्रक्रिया में हैं। उत्पादों की श्रृंखला में हाथ से कते और हाथ से बुने महीन कपड़े जैसे मलमल, सिल्क, डेनिम और सूती कपड़े, महिला – पुरुष विचार वस्त्र, खादी की सिग्नेचर कलाई घड़ी, अनेक प्रकार के शहद, हर्बल और ग्रीन टी, हर्बल दवाइयां और साबुन, पापड़, कच्ची घानी सरसों का तेल, गोबर / गोमूत्र साबुन एवं अन्य पदार्थों के साथ विविध प्रकार के हर्बल सौंदर्य प्रसाधन भी शामिल हैं। खादी फैब्रिक फुटवियर, गाय के गोबर से बने अभिनव खादी प्राकृतिक पेंट और पुनर्जीवित विरासत मोनपा वाले हस्तनिर्मित कागज जैसे कई अनूठे उत्पाद भी ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं। उत्पादों की कीमत 50 रुपये से 5000 रुपये तक है, जो खरीदारों के सभी वर्गों की पसंद और सामर्थ्य को ध्यान में रखते हुए तय की जाती है। […]
Continue Readingसूचना और प्रसारण मंत्रालय सामग्री (कंटेंट) पर रोक लगाने संबंधी कोई नया प्रावधान नहीं जोड़ा गया है नियमों के भाग III के तहत नियम 16 के बारे में कुछ संदेह किया जा रहा है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि आपातकालीन प्रकृति वाले मामले में, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव द्वारा अंतरिम अवरोध निर्देश जारी किए जा सकते हैं। यह स्पष्ट […]
Continue Readingकृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन फ़ोकस प्रोडक्ट’ (ओडीओएफपी) के लिए उत्पादों को अंतिम रूप दिया ओडीओएफपी के कार्यान्वयन से किसानों को लाभ होगा और इसके बाद कृषि निर्यात में बढ़ोतरी होगी कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के परामर्श से ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन […]
Continue Readingकृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय राष्ट्रीय बांस मिशन ने 25-26 फरवरी, 2021 को भारत में बांस के लिए अवसरों तथा चुनौतियों पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया 10,000 एफपीओ की नई स्कीम के तहत 40 बांस एफपीओ अनुमोदित हस्तशिल्प क्षेत्र कौशल परिषद के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया एआईसीटीई तकनीकी महाविद्यालयों में बांस […]
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